. इस साल ये दिन 19 मई को मनाया जाएगा। पिता दिवस के पीछे की वजह पर गौर किया तो इस दिन को पिता सम्मान के दिन के तौर सेलिब्रेट किया जाता है।। इस खास दिन को हर कोई अलग तरह से सेलिब्रेट करता है कुछ पिता गिफ्त देते हैं, तो वहीं कुछ उनके पसंदीदा खाने को पकाते।। वहीं ऐसे भी हैं जो पिता को विश के लिए कुछ स्पेशल मैसेज तलाश में रहते हैं।। अपने पिता लिए अगर आप वॉट्सएप स्टेटस पर लिखना चाहते हैं तो आप दी गई किसी कविता को चुन सकते।। इन की हर एक लाइन काफी खास और ये कविताएं आपके पिता के को छू लेंगी।
पिता पर लिखीं सुंदर कविताएं
पिता क्या है?
पिता एक उम्मीद है, एक आस है
परिवार की हिम्मत और विश्वास है
बाहर से अंदर से नर्म है, उसके दिल में दफ्न कई हैं।
पिता संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार है,
परेशानियों से लड़ने को दो धारी तलवार है,
बचपन में खुश करने वाला खिलौना है
नींद लगे तो पेट पर सुलाने वाला बिछौना है।
पिता जिम्मेदारी से लदी गाड़ी का सार्थी है,
सबको बराबर का हक दिलाता यही एक महारथी है।
सपनों को पूरा करने में लगने वाली जान है,
इसी से तो मां और बच्चों की पहचान है।
पिता जमीर है पिता जागीर है
जिसके पास ये है वह सबसे अमीर है।
कहने को सब ऊपर वाला देता है
पर खुदा का गी एक रूप पिता का शरीर है।
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हैप्पी फादर्स डे 2022
पिता पर गर्व
जब किसी मुश्किल सवाल का जवाब हो न पता
तब याद आते हैं मुझे अपने प्यारे पिता।
लगते हैं वो बाहर से थोड़े सख्त
पर हमेशा देते हैं मुझको अपना वक्त
बुरी संगत में न मैं पड़ जाऊं
इसलिए रखते हैं मुझपर नजर।
जब भी पिता बाजार जाते हैं
मेरे लिए जरूर कुछ लाते हैं।
मुझे अपने पिताजी पक बहुत गर्व है
पिता साथ है, तो खुश हर पर्व है।
जिसे हम पापा कहते हैं
हर घर में होता है वो इंसान
जिसे हम पापा कहते हैं
सभी की खुशियों का ध्यान रखते
हर किसी की इच्छा पूरी करते
खुद गरीब और बच्चों को अमीर बनाते
जिसे हम पापा बुलाते
बड़ों की सेवा, भाई-बहनों से लगाव
पत्नी को प्यार, बच्चों को दुलार
खोलते सभी ख्वाहिशों के द्वार
जिसे हम पापा कहते है।
बेटी की शादी, बेटों को मकान
बहुओं की खुशियां, दामादों का मान
कुछ ऐसे ही सफर में गुजारे वो हर शाम
जिसे हम पापा कहते हैं
मैं अपने पापा का दीवाना
एक बचपन का जमाना था
जिस में खुशियों का खजाना था
चाहत चांद को पाने की थी
पर दिल तितली का दीवाना था
खबर न थी, कुछ सुबह ती
ना शाम का कोई ठिकाना था।
थक कर आना स्कूल से, पर खेलने भी तो जाना था
मां की कहानी थी, परियों का फसाना था।
बारिश में कागज की नाव थी, हर मौसम सुहाना था।
रोने की कोई वजह न थी,
और मैं अपने ‘पापा’ का दीवाना था।
फादर्स डे की शुभकामनाएं
फादर्स डे की शुभकामनाएं
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1)
पिता रोटी है, कपड़ा है मकान है
पिता नन्हें से परिंदे का बड़ा आसमान है,
पिता है तो घर में प्रतिपल राग है
पिता से मां की चुड़ी, बिंदी और सुहाग है
पिता है तो बच्चों के सारे सपने है
पिता है तो बाजार के सारे खिलौने अपने है।
हैप्पी फादर्स डे
two)
कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता,
कभी धरती तो कभी आसमान है पिता
जन्म दिया अगर मां ने, जानेगा जिससे जग
वो पहचान है पिता
कभी कंधे पर बिठा के मेला दिखाता है पिता,
कभी बनके घोड़ा घुमाता है पिता
मां अगर पैरों पर चलना सिखाती है,
पैरों पर खड़ा होना सिखाता है पिता।
हैप्पी फादर्स डे
3)
जब मम्मी डांट रहीं थी, तो कोई चुपके से हंसा रहा था
जब सो रहा था मैं, तब कोई चुपके से सिर पर हाथ फिरा ा र
वो थे पापा
जब मैं सुबह उठा तो, कोई बहुत थक कर भी काम पर जा रहा
खुद कड़ी धूप में रह कर, मुझे एसी में सुला रहा था
वो थे मेरे पापा
सपने तो मेरे थे, पर उन्हें पूरा करने का
रास्ता कोई और बताए जा रहा था,
मैं सिर्फ अपनी खुशियों में हंसता हूं
पर मेरी हंसी देख कर कोई अपने गम भुलाए जा रहा था
वो थे मेरे पापा
फल खाने की ज्यादा जरूरत तो उन्हें थी
पर कोई मुझे सेब खिलाए जा रहा था
खुश तो मुझे होना चाहिए कि वो मुझे मिले
पर मेरे जन्म लेने की खुशी कोई और मनाए जा रहा था।
वो थे मेरे पापा
ये दुनिया से चलती है पर कोई सिर्फ मेरे पैसे कमाए जा रहा था,
घर में अपना प्यार दिखाते हैं, पर कोई बिना भी इतना प्यार किए जा था था
वो थे मेरे पापा
पेड़ तो अपना फल खा नहीं सकते इसलिएहमे देते हैं
.
मैं तो नौकरी के लिए घर से बाहर जाने पर दुखी था
पर मुझसे भी ज्यादा आंसू कोई और बहाएं जा रहा था
वो थे मेरे पापा
मैं बेटे शब्द को सार्थक बना सका या नहीं, पता नहीं
पर कोई स्वार्छ के अपने पिता शब्द को सार्थक बनाए रहा था था
वो थे मेरे पापा
हैप्पी फादर्स डे 2022
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