कांग्रेस ने के बाद क्रॉस वोटिंग करने को लेकर के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई (Congress Kuldeep Bishnoi) को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया।।।।।। इस के बाद कुलदीप विश्नोई ने कहा कि में कुछ नेताओं के लिए हैं और कुछ के लिए अपवाद। नियमों को चुनिंदा ढंग से लागू किया जाता है। हरियाणा में अजय माकन की भले हुई है ऐसा लगता है कि आने वाले में राज्य में पार्टी के कलह और बढ़ सकता है।। जिसका असर सिर्फ राज्य तक ही नहीं होगा।
पार्टी पहले यह कदम उठाती तो यह हाल नहीं होता
पूर्व मुख्यमंत्री सिंह हुड्डा राज्य में कांग्रेस के ताकतवर नेताओं में गिने जाते हैं पूरी ताकत लगाने के बावजूद को जीत नहीं मिल सकी।। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा कांग्रेस के के 31 सदस्य हैं एक सीट के लिए उसके को जिताने के लिए आवश्यक है क्रॉस-वोटिंग के चलते कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फिर फिर गया गया।।।।।।।।।। गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया क्रॉस वोटिंग को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता बिश्नोई को शनिवार को कार्य समिति विशेष आमंत्रित सदस्य समेत पार्टी सभी पदों से हटा दिया।। पार्टी की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए बिश्नोई ने कि 2016 और अन्य मौकों पर अगर पार्टी इतना त्वरित उठाती, तो उसकी आज यह हालत नहीं होती होती।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
कार्रवाई बाद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कांग्रेस में नेताओं के लिए नियम हैं कुछ के लिए अपवाद हैं। नियमों को चुनिंदा ढंग से लागू किया जाता है। अतीत में अनुशासनहीनता को बार-बार नजरअंदाज किया मेरे मामले में, मैंने अपनी अंतरात्मा आवाज सुनी और नैतिकता के आधार पर उठाया।। बिश्नोई ने के 2016 के उस राज्यसभा की ओर से इशारा किया, जिसमें निर्दलीय सुभाष चंद्रा ने जीत दर्ज की थी, क्योंकि कांग्रेस के कई विधायकों ने गलत पेन से से वोट किया था था।।।।।।।।।। हरियाणा से चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन की के बाद बिश्नोई ने किया था, फन कुचलने का हुनर है मुझे, सांप के खौफ से जंगल नहीं छोड़ा छोड़ा करते करते।।।।।। करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते करते
हुड्डा को फ्री हैंड… हार के बाद कई सवाल खड़े
पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की इस में प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई।। कांग्रेस की ओर से हरियाणा के मामले में को फ्री हैंड दिए जाने बाद यह उनकी पहली परीक्षा थी। जिसमें वह कामयाब नहीं हो सके। कांग्रेस हाईकमान हुड्डा के कहने पर उनके करीबी को कांग्रेस की कमान सौंपी थी। हरियाणा कांग्रेस के के 31 विधायक हैं लेकिन बिश्नोई के बगावती तेवरों से हुड्डा पहले ही वाकिफ था। इसके पार्टी के पास 30 विधायक थे और यह बल अजय माकन की जीत लिए पर्याप्त था।। कांग्रेस और खेमे ने रायपुर में कांग्रेसी विधायकों चार बार राज्यसभा चुनाव में डालने की ट्रेनिंग के लिए मॉक ड्रिल।। इसके बावजूद एक कांग्रेसी विध ायक का वोट
ऐसी खबर की पार्टी विधायक किरण चौधरी का रद्द हो गया है। हालांकि चौधरी की ओर से कहा गया कि सिर्फ अफवाह है और मेरी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है। राज्यसभा चुनाव माकन की हार के बाद हरियाणा प्रदेश के वरिष्ठ नेता और के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिंह यादव ने भी एक ट्वीट किया जिससे यह स्पष्ट संदेश गया गया कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह और उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र दीपेंद्र हुड्डा साधा है। मामले तूल पकड़ने के बाद उन्होंने सफाई देते कहा कि उनका इशारा हुड्डा की तरफ नहीं था।। यादव ने किया, जब पार्टी बड़े के बेटों को बिना संघर्ष किए कांग्रेस कार्य समिति का बना देगी, उनको राज्यसभा में भेज देगी वह वह पार्टी की विचारधारा को भूलकर केवल केवल अपने व्यक्तिगत स्वार्थ की राजनीति करेंगे।। यह बात पार्टी आलाकमान को समझनी पड़ेगी।
हरियाणा में के बाद और कुलदीप विश्नोई पर एक्शन से पार्टी के भीतर बार फिर घमासान मचने की आशंका है। पूर्व मुख्यमंत्री सिंह हुड्डा को लेकर सवाल खड़े वहीं कुलदीप विश्नोई की ओर से सवाल खड़े किए गए हैं असर सिर्फ प्रदेश कांग्रेस तक ही नहीं रहेगा।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। कांग्रेस की को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं कि हाल फिलहाल के वक्त पार्टी के कई नेताओं की से उठाए गए हैं।।
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