वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तीन में देश की इकॉनमी क्रमशः 20.1 फीसदी, 8.4 फीसदी फीसदी 5.4 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी। हालांकि ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी ग्रोथ की दर 8.9 प्रतिशत रहने अनुमान जताया था। वित्त वर्ष 2020-21 में विकास दर में 6.6 प्रतिशत की गिरावट की गई थी। बैक के हिसाब से वित्त वर्ष 2022 में जीडीपी ग्रोथ साल 2000 के बाद सबसे है।। तब इसमें 8.8 फीसदी तेजी आई थी। 17 साल में सबसे अधिक है।
एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट घटा
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने मंगलवार जीडीपी के आंकड़े जारी किए। एनएसओ के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में वास्तविक जीडीपी 147.36 लाख रुपये हो गई जबकि एक साल पहले यह 135.58 लाख करोड़ रुपये रही थी।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। भारत तुलना में चीन की इकॉनमी जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही में 4.8 प्रतिशत की से बढ़ी।। वित्त वर्ष 2021-22 में सकल मूल्य वर्द्धन (GVA) 8.1 प्रतिशत का दर बढ़ा। इसके पहले 2020-21 में जीवीए 4.8
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर क्षेत्र में जीवीए वृद्धि वृद्धि 9.9 प्रतिशत रही जबकि साल पहले इसमें 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी। वहीं खनन निर्माण दोनों ही क्षेत्रों में जीवीए 11.5 प्रतिशत की दर से।। इन दोनों ही क्षेत्रों में एक साल पहले गिरावट आऀ थ हालांकि देश की आबादी से जुड़े एग्रीकल्चर सेक्टर का ग्रोथ रेट वर्ष 2021-22 में घटकर प्रतिशत रह गया जो साल पहले पहले 3.3 प्रतिशत पर थी।
फाइनेंशियल ईयर 2022 के टॉप परफॉर्मर
सेक्टर | ग्रोथ (% में) |
मैन्युफैक्चरिंग | 9.9 |
माइनिंग एक्टिविटीज | 11.5 |
कंस्ट्रक्शन | 11.5 |
ट्रेड, होटल एंड ट्रांसपोर्ट | 11.1 |
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड डिफेंस | 12.6 |
किन सेक्टर्स में आया उछाल
बिजली, गैस, जल आपूर्ति अन्य सेवा क्षेत्रों की वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रही एक साल पहले 3.6 प्रतिशत की दर घट गई थी।। आंकड़ों के व्यापार, होटल, परिवहन, संचार एवं प्रसारण संबंधित सेवाओं की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2021-22 में 11.1 प्रतिशत रही।। 20.2 प्रतिशत क्षेत्रों में वहीं वित्तीय, रियल एस्टेट प्रोफेशनल सर्विस सेक्टर की वृद्धि दर साल पहले के 2.2 प्रतिशत तुलना में 4.2 प्रतिशत रही।। लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य ने ने 12.6 प्रतिशत की दर हासिल की जो एक साल पहले 2020-21 में 5.5 प्रतिशत गिर गई थी।।
प्रति व्यक्ति आय बढ़ी
एनएसओ ने कहा, ‘वर्ष 2011-12 के स्थिर मूल्य पर वर्ष 2021-22 में वास्तविक जीडीपी 147.36 लाख करोड़ रहने का अनुमान है जबकि वर्ष वर्ष 2020-21 के लिए पहला पहला संशोधित अनुमान अनुमान 135.58 लाख रुपये का है।’ इसके साथ वर्ष वर्ष 2021-22 में वर्तमान मूल्य जीडीपी का आकार 236.65 लाख करोड़ रहने का अनुमान है जो एक पहले पहले 198.01 लाख करोड़ रुपये था था।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। इस तरह मौजूदा पर जीडीपी में 18.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।।
एनएसओ के आंकड़ों अनुसार वित्त वर्ष वर्ष 2021-22 में प्रति आय मौजूदा मूल्य पर 18.3 प्रतिशत बढ़कर 1.5 लाख सालाना रही।। एक साल पहले यह 1,26,855 रुपये थी। हालांकि स्थिर मूल्य प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 7.5 प्रतिशत बढ़कर बढ़कर 91,481 रुपये गई।। 85,110 रुपये आंकी वर्ष 2021-22 में सकल स्थिर पूंजी निर्माण के 47.84 लाख करोड़ रहने का अनुमान है एक साल पहले यह 41.31 लाख करोड़ रुपये रहा था।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
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