न्याय के कहे जाने वाले शनि देव का जन्म अमावस्या को हुआ था. इस वर्ष शनि जयंती (Shani Jayanthi) 30 मई दिन सोमवार को है. इस दिन देव की पूजा की जाएगी, ताकि वे प्रसन्न अपने भक्तों के दुखों को दूर. उनके जीवन में खुशहाली आए. शनि जयंती अवसर पर जानते हैं कि शनि देव का कैसे हुआ? उनके माता पिता कौन है? उनके पिता से उनकी शत्रुता क्यों है?
शनि जन्म कथा
स्कंदपुराण की के अनुसार, शनि देव की का नाम छाया और उनके पिता नाम सूर्य देव है. सूर्य देव विवाह राजा दक्ष की कन्या संज्ञा से था, फिर छाया और देव से सूर्य देव का संबंध कैसे हुआ? जानते हैं इस कथा के बारे में.
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जब संज्ञा विवाह सूर्य देव से हुआ, तो वह सूर्य के तेज से परेशान थीं. She वे सूर्य देव के तेज को कम करना चाहती थी. समय व्यतीत के साथ ही She संज्ञा ने देव की तीन संतानों को जन्म. उनका नाम वैवस्वत मनु, यमुना और यमराज हैं.
उन्होंने अब देव को तेज को कम करने के एक उपाय सोचा, ताकि सूर्य इस बारे में न जानें संतानों के पालन पोषण में भी कोई कोई समस्या न हो. उन्होंने अपने से अपने समान ही दूसरी स्त्री को किया, जिसका नाम संवर्णा. She उनको छाया भी कहते हैं.
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उन्होंने छाया कहा कि अब से तुम सूर्य देव बच्चों के साथ रहोगी. इस बारे में किसी को पता नहीं चलना चाहिए. यह कहकर अपने पिता दक्ष के घर गईं, लेकिन उनके पिता इस कार्य से नाराज गए और पुन: सूर्यलोक को को कहने लगे.
संज्ञा सूर्यलोक गईं और वन में जाकर घोड़ी रूप धारण करके तप करने लगीं. उधर सूर्यलोक छाया को सूर्य देव के तेज से कोई नहीं थी. वे उनके साथ रहने लगीं. छाय और देव से तीन संतानों ने जन्म, जिसमें शनि देव, मनु और भद्रा.
कहा जाता कि जब शनि देव मां छाया के में थे, तो उन्होंने भगवान की कठोर तपस्या की थी, जिसके प्रभाव से शनि देव का वर्ण काला हो गया. जब शनि पैदा हुए, तो सूर्य देव लगा कि काले रंग का पुत्र नहीं हो सकता है. उन्होंने छाया के चरित्र पर संदेह किया.
मां को होते देखकर शनि देव क्रोध से सूर्य देव की ओर देखने लगे. ऩ वहां से देव शंकर जी के शरण में, जहां उनको अपनी गलती चली. जब सूर्य ने क्षमा मांगी, तो फिर उनका स्वरूप पहले हो गया. इस घटना बाद से सूर्य देव और शनि देव रिश्ते खराब हो गए.
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Tags: Dharma Astha, Shani Jayanthi, Shanidev
FIRST PUBLISHED: May 30, 2022, 07:30 IST
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मैंने आप की ब्लॉग को पढ़ा और देखा की आपने अपने ब्लॉग में बहुत ही कम शब्दों में बेहतरीन तरिके से सब कुछ समझा दिया है मुझे इसके बाद और कोई भी आर्टिकल पढ़ने की जरूरत नहीं है Rajdhanisamachar.in