चचिन ततंदुलकर के नाम टटस्ट और वनडड ममं बबबे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड है. (File Pic)
Sachin Tendulkar की गिनती दुनिया के सर्वकालिक महान बल्ललबाजों ममं होती हैर इइका एक कारण उनके द्वारा बनाए गए कई बड़बड़ रिकॉर्ड़्स हैं. सचिन अपना 48वां जन्मदिन बना रहे हैं.
क्रिकेट की दुनिया के भगवान (Sachin Tendulkar) 24 औप्रैल एक खास दिन है. ये इसलिए क्योंकि इस दिन सचिन का जन्म दिन है. 1973 वह रविवार को अपना 48वां जन्मदिन बना रहे हैं. तब किीी ने नहीं ोचोचा था कि मराठी कवि रममश ततंदुलकर के घर जन्मा यय बच्चा एक दिन दुनिया पर राज करगगा. चचिन ने साल 2013 ममं क्रिकटट से ंंन्यास लल लिया था ललकिन आज भी उनकी ख्याति किीी से कम नहीं है. वह आज भी अच्छछ-अच्छछ एक्टिव क्रिकटरों से ज्यादा मशहूर हैं. हर जगह उनके फैंस हैं. सचिन ने ये शोहरत ऐसे ही नहीं पाई है. He इसके लिए he कड़ी मेहनत की है. तभी उनकी बल्ललबाजी की दुनिया दिवानी हुआ करती थी, तभी सर डॉन ब्रडमैडमैन (Sir Don Bradman) ने उनममं अपनी झलक ददखी थी और तभी क्रिकटट की दुनिया ममं बल्ललबाजी का लगभग हर रिकॉर्ड चचिन के नाम है.
मैदान पर चचिन जब उतरतत थथ तो उनके नाम से पूरा स्टटडियम गूंजता था. चचिन ने क्रिकटट की दुनिया ममं वो मुकाम हासिल किए जिसे ोचोचना भी किीी के लिए मुमकिन नहीं था. इंटरनशशनल क्रिकटट ममं 100 शतक लगाने के बारे ममं शायद ही किीी बल्ललबाज ने ोचोचा होगा ललकिन चचिन ने वो काम करके दिखाया. सचिन के नाम टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन हैं. टटस्ट ममं दाएं हाथ के इइ पूर्व बल्ललबाज ने 15,921 रन बनाए हैं. वहीं वनडे में उनके नाम 18, 426 रन दर्ज हैं.
वनडे में 200 बनाना सचिन ने सिखाया
चचिन ने जो रनों का पहाड़ खड़ा किया वो हर किीी के बब की बात नहीं है. इतने रनों के पास पहुंचना कितना मुश्किल है वो चचिन के करियर को ददखकर मझमझ ममं आता है. सचिन ने कई काम ऐसे किए जिसके बारे में सोचा तक नहीं जाता था.किसी ने कभी शायद ही सोचा हो कि वनडे में कोई बल्लेबाज दोहरा शतक भी लगाएगा, लेकिन सचिन ने ये काम करके दिखाया. वह पुरुष क्रिकटट ममं वनडड ममं पहला दोहरा शतक बनाने वालल बल्ललबाज थथ. यय कारनामा उन्होंने फरवरी 2010 ममं साउथ अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर ममं किया था. उनके दोहरा शतक बनाने के बाद वनडे में कई दोहरे.
241 रनों की पारी
चचिन ने 2004 ममं ऑऑ्ट्रललिया दौरे पर सिडनी टटस्ट ममं 241 रनों की पारी खखली थी. यय चचिन के करियर की बबबे शानदार पारियों ममं गिनी जाती है क्योंकि इइ पारी ममं चचिन ने गजब का नियंत्रण दिखाया था. वह लगातार ऑफ स्टम्प के बाहर जाती गगंदों पर कवर ड्राइव करतत हुए आउट हो रहह थथ और रन नहीं कर पा रहह थथ. . ऑऑ्ट्रललियाई गगंदबाजों ने सिडनी क्रिकटट ग्राउंड की पिच पर चचिन को कव ड्राइव मारने के लिए काफी गगंदंदं दीं ललकिन चचिन ने एक भी कवर ड्राइव नहीं खखली. इइ बात को उउ मयमय की ऑऑ्ट्रललियाई टीम के कप्तान स्टीव वॉ आज भी कई बार याद कर चुके हैं.
बचपन से मचाया धमाल
चचिन ने महज 16 साल की उम्र ममं अपना इंटरनशशनल डडब्यू किया था. अपने बचपन के दोदो्त विनोद कांबली के साथ महज 14 साल की उम्र ममं उन्होंने 664 रनों की साझझदारी कर ुुर्खियां बटोरी थीं. . 1989 ममं उन्हहं पाकिस्तान दौरे पर टीम इंडिया के लिए खखलने का मौका मिला ललकिन वह प्रभावित नहीं कर पाए. बाद ममं हालांकि उन्होंने लय पकड़ी और फिर जो रंग जमाया वो किीी से छुपा नहीं है. इइी दौरे पर उन्होंने उउ मयमय के महान ललग स्पिनर अब्दुल कादिर की जमकर धुनाई की थी. अभ्यास मैच ममं चचिन ने कादिर पर आगआग बढ़-बढ़कर छक्के मारे थथ. .
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वनडड ममं चचिन के नाम 49 शतक है जो उन्होंने कुल 463 मैचों ममं बनाए हैं. ललकिन चचिन को अपने पहलपहल वनडड शतक के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था. 1989 ममं इंटरनशशनल डडब्यू करने वालल इइ खिलाड़ी ने पांच साल बाद अपना पहला वनडड शतक जमाया था. चचिन ने 1994 ममं अपने वनडड करियर की 79 वीं पारी ममं ऑऑ्ट्रललिया के खिलाफ शतक जमाया था. इस मैच में उन्होंने ओपनिंग की थी और 110 रन बनाए थे यहां से जो शतकों का सिललिला शुरू हुआ वो नए मुकाम हासिल करता चला गया.
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