नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक अलंकरण समारोह में जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) समेत कई दिग्गज हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया. इन्हीं शख्ीयतोंीयतों ममं शुमार हैं 125 वर्षीय स्वामी शिवानन्द जी जिन्हहं राष्ट्रपति ने पद्म श्री पुरस्कार से मम्मानित किया. स्वामी शिवानन्द जी को योग के क्षषत्र ममं उनके उत्कृष्ठ योगदान के लिए यह मम्मान दिया गया है. आइए जानंं कौन हैं स्वामी शिवानन्द जिन्हहं यह पुरस्कार दिया गया है.
#WATCH Swami Sivananda receives Padma Shri award from President Ram Nath Kovind, for his contribution in the field of Yoga. pic.twitter.com/fMcClzmNye
— ANI (@ANI)
March 21, 2022
125
125 वर्षीय योग प्रशिक्षक स्वामी शिवानंद मममत कई ‘गुमनाम नायकों’ को पद्म पुरस्कार से नवाजा गया. सामान्य कुर्ता-धोती ममं जब नंगंग पैर स्वामी शिवानन्द पुरस्कार ललने के लिए बढ़बढ़ तो लोगों ने जमकर तालियां बजाईं. स्वामी शिवानंद ममारोह ममं मौजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अभिवादन करने के लिए घुटनों के बल झुक गए. इइ पर पीएम मोदी ने तत्काल स्वामी शिवानन्द के सामने झुकतत हुए जमीन को स्पर्श किया. स्वामी सिवानंद जी ने अपना पूरा जीवन मानव कल्याण के प्रति ममर्पित कर दिया है.
काशी में रहते हैं स्वामी शिवानन्द
125 इइ मम्मान को ललकर दुर्गाकुंड स्थित स्वामी शिवानन्द आश्रम ममं काफी उत्साह है. स्वामी शिवानन्द कहतहत हैं कि इइसे योग और भारतीय जीवन पद्धति पर बबका विश्वास और बढ़बढ़गा. ममरी जीवन शैली और योग से प्रेरणा ललकर लोग अपना जीवन निरोग बनाएंगएंग. स्वामी शिवानन्द का मानना है कि योग और प्राणायाम को अपनाकर लंबी और निरोगी उम्र पाई जा सकती है. पहलपहल लोग इन्हीं जीवन पद्धतियों को अपनाकर 100 साल से भी ज्यादा जीतजीत थथ.
योग और प्राणायाम स्वास्थ रहने की कुंजी
स्वामी शिवानन्द का जन्म 08 अगअग्त 1896 को सिललट जिलल के हरीपुर गांव ममं हुआ था जो मौजूदा वक्त ममं बांग्लाददश ममं है. स्वामी जी कहतहत हैं कि योग, प्राणायाम और घरलूलू औषधियों का सववन स्वव्थ रहने की कुंजी है. स्वामी जी अपनी नियमित दीनचर्या को लेकर बेहदथथथथ वह प्रति दिन सुबह तीन बजे जगते हैं। स्नान और नित्य क्रिया करने के बाद वह भगवत भक्ति ममं लीन हो जातत हैं. उनके पास बीमारियां नहीं फटकती हैं। उनको ना तो ब्लडप्रेशर है और ना ही सुगर।
मालूम हो कि राष्ट्रपति भवन ममारोह ममं दो व्यक्तियों को पद्म विभूषण, आठ को पद्म भूषण और 54 को पद्म श्री पुरस्कार किए गए. ददश के पहलपहल प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (ीडीएीडीएीडीए) जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा गया. उनकी दोनों बबटियों ने राष्ट्रपति से यह पुरस्कार प्राप्त किया. गीताप्रेस के अध्यक्ष राधधश्याम खखमका को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा गया. उनके पुत्र कृष्ण कुमार खखमका को उनका पुरस्कार प्राप्त किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नतता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण से मम्मानित किया गया.
Edited By: Krishna Bihari Singh
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